टाइगर रिज़र्व इन इंडिया | प्रोजेक्ट टाइगर क्या है?
टाइगर खाद्य श्रृंखला (Food Chain) का शीर्ष शिकारी है और इस प्रकार, इसकी आबादी पारिस्थितिकी तंत्र के अस्तित्व के लिए जरुरी है। Tiger reserves in India और प्रोजेक्ट टाइगर के बारे में बात करेंगे|
Contents
- 0.1 Tiger reserves in India in Hindi
- 0.2 Project Tiger kya hai?
- 0.3 राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण या National Tiger Conservation Authority (NTCA)
- 0.4 टाइगर रिज़र्व इन इंडिया से जुड़े तथ्य
- 0.5 बाघ संरक्षण में सरकार प्रयास
- 0.6 List of All Tiger Reserves in India in Hindi
- 0.7 New Tiger Reserves in India
- 0.8 States that implemented Project Tiger
- 0.9 भारत में टाइगर रिजर्व और प्रोजेक्ट टाइगर
- 0.10 परिचय
- 0.11 प्रोजेक्ट टाइगर (Project Tiger) क्या है?
- 0.12 भारत में प्रमुख टाइगर रिजर्व की सूची (Tiger Reserves in India)
- 0.13 शीर्ष 10 प्रसिद्ध टाइगर रिजर्व:
- 0.14 भारत में कुल टाइगर रिजर्व (2024 में 54 टाइगर रिजर्व)
- 1 बाघ संरक्षण के लिए सरकार के प्रयास
Tiger reserves in India in Hindi
Tiger Reserve विशेष रूप से बाघ की सुरक्षा और बाघों की आबादी के रखरखाव को सुनिश्चित करने के लिए एक क्षेत्र विशेष को सरकार द्वारा घोषित कर दिया जाता है| इस आर्टिकल में हम Tiger Reserves in India के बारे में हिंदी में बात करेंगे|
Project Tiger kya hai?
- देश में बाघों की लुप्तप्राय प्रजातियों को बचाने के लिए भारत सरकार द्वारा वर्ष 1973 में प्रोजेक्ट टाइगर लॉन्च किया गया था।
- 1973-2016 में नौ रिज़र्व से शुरू होकर यह संख्या पचास तक बढ़ गई है।
- ये Tiger Reserves कुल 71027.10 वर्ग किमी क्षेत्र में फैले है|
- 2006 में बाघों की संख्या सिर्फ 1,411 थी जो चिंता का कारण थी। लेकिन भारत सरकार और कई गैर सरकारी संगठनों ने आगे बढ़कर हाथ मिलाया ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि बाघों की आबादी बढ़े।
- एक दशक में, भारत ने बाघों की संख्या में लगातार वृद्धि देखी है। 2014 में अंतिम census के बाद से जनसंख्या लगभग 33% बढ़ गई है|
- भारत के जंगलों में लगभग 2,967 बाघ हैं|
राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण या National Tiger Conservation Authority (NTCA)
नेशनल टाइगर कंज़र्वेशन अथॉरिटी (NTCA), एक वैधानिक संस्था है, जो वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 में दिए गए कार्यों को पूरा करती है| टाइगर रिजर्व का प्रशासन राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (NTCA) द्वारा किया जाता हैं|
NTCA चार साल में एक बार बाघ, सह-शिकारियों, शिकार और निवास स्थान की स्थिति का देश स्तर का मूल्यांकन करता है|
टाइगर रिज़र्व इन इंडिया से जुड़े तथ्य
- भारत में सबसे बड़ा टाइगर रिजर्व नागार्जुनसागर श्रीशैलम टाइगर रिज़र्व (आंध्र प्रदेश, तेलंगाना) है|
- भारत में सबसे छोटा टाइगर रिजर्व बोर टाइगर रिजर्व (महाराष्ट्र) है|
- नागपुर को भारत की ‘टाइगर कैपिटल’ के रूप में भी जाना जाता है|
- अकेले विदर्भ में (पूर्वी नागपुर डिवीज़न सहित) 13 Tiger Reserve है।
- बाघों के बीच 24% मृत्यु दर अवैध शिकार, मनुष्यों के साथ बढ़ते संघर्ष के कारण है। जो एक और चिंता का विषय है।
बाघ संरक्षण में सरकार प्रयास
- पांचवे चरण के कार्यक्रम में, NTCA ने अपने बाघ निगरानी कार्यक्रम के व्यापक विस्तार की घोषणा की है। बाघ संरक्षण से संबंधित अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों के समाधान के लिए भारत टाइगर रेंज देशों के Global Tiger Forum का संस्थापक सदस्य है।
- उपमहाद्वीप में बाघ जनगणना-2018 को पूरा करने के लिए भूटान, नेपाल और बांग्लादेश ने भारत के साथ हाथ मिलाया।
- चीन और नेपाल के साथ भी भारत ने Tiger Conservation और अवैध व्यापार को रोकने के लिए समझौते करे है|
- 2018 की जनगणना की गणना के लिए, NTCA ने ‘M-Stripes’ नाम का एक एंड्रॉइड ऐप विकसित किया है।
- बाघ जनगणना 2018 की प्राथमिकता पूर्वोत्तर भारत को कवर करना था जो पिछली जनगणना में शामिल नहीं था।
Major threats to Tiger Population
बाघों को बड़े पैमाने पर एशिया के उष्णकटिबंधीय जंगलों में देखा जाता है। विभिन्न अंतरराष्ट्रीय संगठनों की रिपोर्ट बताती है कि बाघों की आबादी कम हो रही है।
IUCN रेड सूची के अनुसार, बाघ एक लुप्तप्राय जानवर है। इस प्रजाति के सामने अवैध शिकार, निवास स्थान का विनाश, अपर्याप्त शिकार आदि प्रमुख खतरे हैं| बाघों को खाल, हड्डियों और मांस के लिए मार दिया जाता है।
List of All Tiger Reserves in India in Hindi
1 | Bandipur (1973-74) | Karnataka |
2 | Corbett (1973-74) | Uttarakhand |
Amangarh (buffer of Corbett TR) Uttar Pradesh | ||
3 | Kanha (1973-74) | Madhya Pradesh |
4 | Manas (1973-74) | Assam |
5 | Melghat (1973-74) | Maharashtra |
6 | Palamau (1973-74) | Jharkhand |
7 | Ranthambore (1973-74) | Rajasthan |
8 | Similipal (1973-74) | Odisha |
9 | Sunderbans (1973-74) | West Bengal |
10 | Periyar (1978-79) | Kerala |
11 | Sariska (1978-79) | Rajasthan |
12 | Buxa (1982-83) | West Bengal |
13 | Indravati (1982-83) | Chhattisgarh |
14 | Namdapha (1982-83) | Arunachal Pradesh |
15 | Dudhwa (1987-88) | Uttar Pradesh |
16 | Kalakad-Mundanthurai (1988-89) | Tamil Nadu |
17 | Valmiki (1989-90) | Bihar |
18 | Pench (1992-93) | Madhya Pradesh |
19 | Tadoba-Andhari (1993-94) | Maharashtra |
20 | Bandhavgarh (1993-94) | Madhya Pradesh |
21 | Panna (1994-95) | Madhya Pradesh |
22 | Dampa (1994-95) | Mizoram |
23 | Bhadra (1998-99) | Karnataka |
24 | Pench (1998-99) | Maharashtra |
25 | Pakke (1999-2000) | Arunachal Pradesh |
26 | Nameri (1999-2000) | Assam |
27 | Satpura (1999-2000) | Madhya Pradesh |
28 | Anamalai (2025-09) | Tamil Nadu |
29 | Udanti-Sitanadi (2008-09) | Chattisgarh |
30 | Satkosia (2008-09) | Odisha |
31 | Kaziranga (2025-09) | Assam |
32 | Achanakmar (2025-09) | Chattisgarh |
33 | Dandeli-Anshi (Kali) (2025-09) | Karnataka |
34 | Sanjay-Dubri (2025-09) | Madhya Pradesh |
35 | Mudumalai (2025-09) | Tamil Nadu |
36 | Nagarahole (2025-09) | Karnataka |
37 | Parambikulam (2025-09) | Kerala |
38 | Sahyadri (2025-10) | Maharashtra |
39 | Biligiri Ranganatha Temple (2010-11) | Karnataka |
40 | Kawal (2025-13) | Telangana |
41 | Sathyamangalam (2025-14) | Tamil Nadu |
42 | Mukandra Hills (2025-14) | Rajasthan |
43 | Nawegaon-Nagzira (2025-14) | Maharashtra |
44 | Nagarjunsagar Srisailam (1982-83) | Andhra Pradesh |
45 | Amrabad (2025) | Telangana |
46 | Pilibhit (2025) | Uttar Pradesh |
47 | Bor (2025) | Maharashtra |
48 | Rajaji (2025) | Uttarakhand |
49 | Orang (2025) | Assam |
50 | Kamlang (2025) | Arunachal Pradesh |
New Tiger Reserves in India
हाल ही में, राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण ने चार नए बाघ अभ्यारण्य बनाने पर सहमति व्यक्त की है-
- सुनबेडा (ओडिशा),
- रातापानी (मध्य प्रदेश)
- ओरंग (असम)
- गुरु घासीदास (छत्तीसगढ़)
बाघ संरक्षण के लिए हम क्या कर सकतें है?
बाघ संरक्षण, केंद्र सरकार, बाघ उपस्थित राज्यों और देश के नागरिकों के बीच एक सामूहिक जिम्मेदारी है। प्रत्येक नागरिक जंगली बाघों के संरक्षण में योगदान दे सकता है| इस संबंध में कुछ सुझाव हैं:
- जंगली बाघों के बारे में जितना हो सके उतना जानें|
- अवैध शिकार के बारे में जानकारी उपलब्ध होने पर, बिना देरी किए स्थानीय वन विभाग को सूचित करें|
- स्थानीय लोगों को क्रॉप पैटर्न में अचानक बदलाव, भूमि के उपयोग, आर्द्रभूमि और नदियों को प्रदूषित न करने के लिए प्रेरित करने करें|
प्रोजेक्ट टाइगर कितना सफल हुआ है?
1973 से प्रोजेक्ट टाइगर के तहत ठोस प्रयासों के कारण, अकेले भारत में, 13 बाघ रेंज वाले देशों से बाघों संख्या अधिक है।
प्रोजेक्ट टाइगर अपने प्रयास में सफल से अधिक रहा है और लुप्तप्राय बाघ, हमारे राष्ट्रीय पशु, को एक सुनहरा भविष्य दिया है।
समकालीन वैश्विक परिदृश्य में, इस प्रयास का शायद ही कोई सानी हो।
States that implemented Project Tiger
बाघ हमारे 18 राज्यों में पाए जाते हैं आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, असम, बिहार, छत्तीसगढ़, झारखंड, कर्नाटक, केरल, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, मिजोरम, ओडिशा, राजस्थान, तमिलनाडु, तेलंगाना, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल।
प्रोजेक्ट टाइगर इन राज्यों में संबंधित राज्य सरकारों के सहयोग से लागू किया जा रहा है।
भारत में टाइगर रिजर्व और प्रोजेक्ट टाइगर
परिचय
बाघ (टाइगर) भारत का राष्ट्रीय पशु है और यह भारतीय जैव विविधता का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। लेकिन शिकार, वन विनाश और अवैध तस्करी के कारण बाघों की संख्या तेजी से घटने लगी थी। इस संकट को रोकने के लिए भारत सरकार ने 1973 में “प्रोजेक्ट टाइगर” (Project Tiger) की शुरुआत की।
प्रोजेक्ट टाइगर (Project Tiger) क्या है?
शुरुआत: 1 अप्रैल 1973
संरक्षण निकाय: राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (NTCA – National Tiger Conservation Authority)
उद्देश्य:
-
बाघों की संख्या बढ़ाना
-
उनके प्राकृतिक आवासों का संरक्षण करना
-
अवैध शिकार और वन कटाई को रोकना
-
स्थानीय समुदायों को संरक्षण में शामिल करना
शुरुआत में 9 टाइगर रिजर्व थे, जो अब 54 हो चुके हैं (2025 तक)।
भारत में प्रमुख टाइगर रिजर्व की सूची (Tiger Reserves in India)
शीर्ष 10 प्रसिद्ध टाइगर रिजर्व:
टाइगर रिजर्व | राज्य | मुख्य विशेषता |
---|---|---|
कॉर्बेट टाइगर रिजर्व | उत्तराखंड | भारत का पहला टाइगर रिजर्व (1973) |
रणथंभौर टाइगर रिजर्व | राजस्थान | ऐतिहासिक किले के साथ प्रसिद्ध |
कान्हा टाइगर रिजर्व | मध्य प्रदेश | ‘द जंगल बुक’ की प्रेरणा |
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व | मध्य प्रदेश | सबसे अधिक बाघ घनत्व |
सुंदरबन टाइगर रिजर्व | पश्चिम बंगाल | रॉयल बंगाल टाइगर और मैंग्रोव जंगल |
पेरियार टाइगर रिजर्व | केरल | हाथियों और बाघों के लिए प्रसिद्ध |
नागरहोल टाइगर रिजर्व | कर्नाटक | बाघ और तेंदुओं की अच्छी संख्या |
पेंच टाइगर रिजर्व | मध्य प्रदेश | प्रसिद्ध ‘मोगली लैंड’ |
सतपुड़ा टाइगर रिजर्व | मध्य प्रदेश | इको-टूरिज्म और जैव विविधता |
मुदुमलाई टाइगर रिजर्व | तमिलनाडु | नीलगिरी बायोस्फीयर का हिस्सा |
भारत में कुल टाइगर रिजर्व (2024 में 54 टाइगर रिजर्व)
सबसे बड़ा टाइगर रिजर्व: नागार्जुनसागर श्रीशैलम (आंध्र प्रदेश)
सबसे छोटा टाइगर रिजर्व: बोरी टाइगर रिजर्व (मध्य प्रदेश)
बाघ संरक्षण के लिए सरकार के प्रयास
राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (NTCA) का गठन (2005)
मुदुमलाई, सुंदरबन, पेरियार जैसे संरक्षित क्षेत्रों का विस्तार
बाघ जनगणना (Tiger Census) हर 4 साल में की जाती है
बाघों की संख्या बढ़ाने के लिए ई-सरविलांस और GPS ट्रैकिंग
स्थानीय समुदायों को बाघों के संरक्षण में शामिल करना
भारत में बाघों की संख्या (Tiger Population in India)
वर्ष | बाघों की संख्या |
---|---|
2025 | 1,411 |
2025 | 1,706 |
2025 | 2,226 |
2025 | 2,967 |
2025 | 3,167+ |
भारत में दुनिया के लगभग 75% बाघ हैं, जो सबसे अधिक हैं।
निष्कर्ष
भारत में टाइगर रिजर्व और प्रोजेक्ट टाइगर ने बाघों के संरक्षण में बड़ी सफलता हासिल की है। बाघों की संख्या बढ़ी है, लेकिन अभी भी शिकार, जंगलों की कटाई और मानव-पशु संघर्ष बड़ी चुनौतियाँ हैं। इसके लिए स्थानीय लोगों की भागीदारी, कड़े कानून और जागरूकता जरूरी है।
“अगर बाघ बचेंगे, तो जंगल बचेंगे, और पर्यावरण संतुलित रहेगा!”