Meaning of Gayatri mantra with lyrics in hindi – गायत्री मंत्र का अर्थ
Contents
गायत्री मंत्र – Gayatri Mantra Lyrics
Gayatri mantra meaning
Gayatri mantra words
ॐ = प्रणव
भू = पृथ्वी
र्भुवः = पृथ्वी के उपर का संसार (पेड़, समुद्र, नदी और सभी प्राणी)
स्वः = पूरा ब्रह्मांड ( तारे, सूर्य, नक्षत्र) , सुख प्रदान करने वाला
तत = वह
सवितुर = सूर्य की भांति उज्जवल
वरेण्यम् = सबसे उत्तम
भर्गो = कर्मों का उद्धार करने वाला
देवस्य = प्रभु/ ईश्वर
धीमहि = आत्म चिंतन के योग्य (ध्यान)
धियो = बुद्धि
यो = जो
नः = हमारी
प्रचोदयात् = हमें शक्ति दें (प्रार्थना)
Words meaning of Gayatri mantra in english
Meaning of gayatri mantra in english
Om Bhur Bhuvaḥ Swaḥ
Tat-savitur Varenyaṃ
Bhargo Devasya Dheemahi
Dhiyo Yonah Prachodayat
Word Meaning:
- Om : The primeval sound
- Bhur : the physical body/physical realm
- Bhuvah : the life force/the mental realm
- Suvah : the soul/spiritual realm
- Tat : That (God)
- Savitur : the Sun, Creator- source of all life
- Varenyam : adore
- Bhargo : effulgence – divine light
- Devasya : supreme Lord
- Dhimahi : meditate
- Dhiyo : the intellect
- Yo : May this light
- Nah : our
- Prachodayat : illumine/inspire.
What is Gayatri mantra ?
गायत्री मंत्र का भाव
10 Gayatri Mantra Benefits
- इस मंत्र से हमारे पर आये हुए कोई भी संकटो को नाश होता है |
- हमारे काम में आने वाले विघ्नो से मुक्ति मिलती है |
- इस मंत्र का उच्चारण करने से हमारे तन मन को शांति मिलती है |
- किसी भी पराक्रमी शक्ति आतंक आक्रमण से से रक्षा प्रदान होती है |
- हमरे मन में अच्छे विचार आते है और बुद्धि की वृद्धि भी होती है ऐसा कहा गया है |
- दुसरो के प्रति बिना कोई स्वार्थ अच्छे कर्मो को करने के लिए एक भाव उत्पन होता है |
- गायत्री मंत्र के उच्चारण से कलयाण ,योग एवं प्रेम की शक्ति मिलती है |
- विध्यार्थो के लिए यह मंत्र बहोत लाभदायी है अगर वे यह मंत्र का जाप करते है तो उनके मन से सारे बुरे विचारो का नाश होता है और बुद्धि का विकास होता है तथा पढाई करने में मन एकाग्रह होता है जिससे वे अच्छी तरह से मन लगा के पढ़ते है |
- क्रोधित मन , गुस्से वाला स्वाभाव इन सबका नाश होता है अगर आप इस मंत्र का जाप करते हो |
- गायत्री मंत्र को ‘तारक मंत्र ‘ से भी जाना जाता है जिसका अर्थ होता है तारणहार हमें किसी संकट में हमे तारने वाले हमारे तारणहार |
24 Words in Gayatri Mantra
- इनके देवता श्री गणेश को माना गया है , इसमें सफलता की शक्ति पाई जाती है | इस शब्द से विघ्नो का नाश , बुद्धि की विकास जैसे लाभ होते है |
2. स:
- इनके देवता श्री नरसिंह को माना गया है , इस में पराक्रम की शक्ति पाई जाती है | इस शब्द से हमारे शत्रु का नाश एवम वीरता बल जैसे लाभ होते है |
- इनके देवता श्रीविष्णु को माना गया है , इस में पालन शक्ति पाई जाती है | इस शब्द में किसी भी तरह के पालन जैसे प्राणियों के पालन , रक्षा , जैसे लाभ होते है |
- इनके देवता शिव को माना गया है , इस मेंकल्याण की शक्ति पाई जाती है | कल्याण की वृद्धि इस शब्द से हो सकती है |
- इनके देवता श्री कृष्ण को माना गया है , इस में योग शक्ति की बात की गयी है | क्रियाशीलता , कर्मयोग ,आत्मनिष्ठा जैसे फल का उल्लेख इस शब्द में किया हुआ है |
- इनके देवता राधा को माना गया है , इस में योग प्रेम शक्ति की बात की गयी है |
- इनके देवता श्री लक्ष्मी को माना गया है , इस में धन शक्ति की बात की गयी है | धन , यश के प्राप्ति का उल्लेख इस शब्द में किया हुआ है|
- इनके देवता अग्नि को माना गया है , इस में तेज शक्ति की बात की गयी है | तेजस्वी , प्रतिभाशाली तथा प्रकाश के फल के प्राप्ति की बात की हुई है |
- इनके देवता इन्द्र को माना गया है , इस में तेज शक्ति की बात की गयी है | भुत, रोगों और शत्रु के आक्रमणों से रक्षा हो सकती है |
- इनके देवी सरस्वती को माना गया है , इस में बुद्धि की शक्ति की बात की गयी है | चतुराई , पवित्र विचार जैसे फल की बात की हुई है |
- इनके देवता दुर्गा को माना गया है , इस में दमन की शक्ति की बात की गयी है | इसमें हमारे उपर आये विग्नो से विजय के फल की बात की गयी है |
- हनुमान को इसके देवता माना गया है जिसमे निष्ठा शक्ति की बात की हुई है | निष्ठावान, विश्वासी, निर्भयता जैसे फल की बात की हुई है|
- पृथ्वी को इसके देवता माना गया है | इस मेंधारण शक्ति की बात की गयी है |
- सूर्य को इसके देवता माना गया है | इस में प्राण शक्ति की बात की गयी है |
- श्री राम को उसके देवता माना गया है | जिसमें मर्यादा शक्ति की बात की हुई है | मर्यादापालन, मैत्री, सौम्यता, संयम जैसे गुणों की बात इस शब्द में की हुई है |
- देवी श्री सीता को इनके देवता माना गया है | जिसमे तप शक्ति की बात की हुई है | पवित्रता, शील, मधुरता, नम्रता, जैसे फल की प्राप्ति का उल्लेख किया हुआ है ।
- चन्द्र को इसके देवता माना गया है | जिसमें शांति शक्ति का उल्लेख है | क्रोध, लोभ, मोह का निवारण की बात की गयी है |
18. यो :
- यम को इस शब्द के देवता माना गया है | इसमें काल शक्ति का उल्लेख किया हुआ है | इस शब्द में स्फूर्ति , जागरूकता , निर्भय शक्ति का उल्लेख है |
19. यो :
- इनके देवता यम है | जिसमें काल शक्ति का उल्लेख है | संतानवृद्धि, उत्पादन शक्ति की वृद्धि जैसे फल की बात की हुई है ।
- वरुण को इनके देवता माना गया है | रस शक्ति का उल्लेख इसमें किया हुआ है |
- इनके देवता नारायण को माना गया है | आदर्श शक्ति का उल्लेख किया हुआ है | इसमें दिव्य गुण-स्वभाव, उज्जवल चरित्र जैसे गुण है|
22. चो :
- हयग्रीव को इसके देवता माना गया है जिससे साहस शक्ति का उल्लेख किया हुआ है | पुरुषार्थ, वीरता, निर्भयता के फल की प्राप्ति है|
23. द :
- विवेक शक्ति और हंस देवता का उल्लेख इस शब्द में में है | आत्म-संतोष, उत्तम आहार-विहार जैसे गुणों का उल्लेख शब्द में किया हुआ है |
24. यात् :
- इनके देवता तुलसी को माना गया है , इस में सेवा शक्ति की बात की गयी है | सत्यनिष्ठा,आत्म-शान्ति के फल की प्राप्ति की बात की गई है |
Video of Gayatri Mantra in Hindi
Conclusion
हमारी ये gayatri mantra meaning in hindi, gayatri mantra ka arth, Gayatri Mantra words, Gayatri Mantra English, Gayatri mantra benefits की जानकारी दोस्तों आपको कैसी लगी, अगर आपको पसंद आयी हो तो दोस्तों और परिवार के साथ शेयर करना ना भूलें और अगर आपका कोई सवाल है तो हमें कमेंट करके बता सकते हे |
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